स्थानीय विधायक के विरोध के चलते जिला प्रशासन ने नगर पालिका द्वारा सभी वीआइपी रास्तों को सीज करवा दिया गया है. इन रास्तों के बंद होने का असर दिखने लग गया है और शनिवार को वीआईपी दर्शनों के लिए कतार नहीं लगी.
वीआईपी दर्शनों का मामला खाटूश्यामजी में भगदड़ मचने के बाद हुए हादसे के बाद से काफी गरमाया हुआ है. अख़बारों में भी इस तरीके की खबरें आ रही हैं कि मंदिर पदाधिकारियों का ध्यान सिर्फ 25 चोर रास्तों से वीआईपी दर्शन कराने पर ज्यादा रहता है.
VIP Darshan completely closed in Khatu Shyam temple
ऐसा बताया जा रहा है कि कई रास्ते निजी प्रॉपर्टी से निकाले हुए हैं, जिनका पुलिस को भी नहीं पता है साथ ही वीआईपी दर्शन का न तो रिकॉर्ड रखा जाता है, न ही शुल्क तय है.
बिना रसीद और बुकिंग के करवाए जाते थे वीआईपी दर्शन
इस प्रकार हम कह सकते हैं कि खाटू श्याम मंदिर में आधिकारिक रूप से कोई वीआईपी दर्शन नहीं होते लेकिन अनाधिकारिक रूप से करवाए जाते हैं. वैसे भी देश में जिन मंदिरों में वीआईपी दर्शन करवाए जाते हैं वहाँ इनके लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन बुकिंग होती है और इसके शुल्क की रसीद भी मिलती है.
मंदिर कमेटी के लिए एक शिकायत ये भी बताई जाती है कि खाटू श्यामजी मंदिर के पब्लिक डोमेन में दिए गए दोनों लैंडलाइन फ़ोन या तो काम नहीं करते या रिसीव नहीं किये जाते.
अगर किसी भक्त को मंदिर में संपर्क करना हो तो मंदिर की वेबसाइट पर मंदिर के लैंडलाइन नंबर तो मिल जाते हैं लेकिन इन पर कभी बात नहीं हो पाती.
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए प्रशासन को इस तरफ ध्यान देकर 24 घंटे काम करने वाली ऐसी हेल्पलाइन शुरू होनी चाहिए जिस पर कॉल करने पर फ़ोन रिसीव हो.
वहीँ आगामी कुछ दिनों तक भारी भीड़ रहने की संभावना को देखते हुए प्रशासन द्वारा खाटू श्यामजी में लक्खी मेले जैसे इंतजाम किये जा रहे हैं. खाटू के चप्पे चप्पे पर पुलिस प्रशासन तैनात किया जा रहा है.
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